रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 45,262.59 करोड़ रुपए बढ़कर 20,14,010.63 करोड़ रुपए पर पहुंच गया.
टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 60,183.57 करोड़ रुपये बढ़कर 13,76,102.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो शीर्ष -10 फर्मों में सबसे बड़ा लाभार्थी बन गया.
M-Cap: विप्रो ने भी अपने बाजार मूल्यांकन में वृद्धि देखी है, जबकि एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई को नुकसान हुआ है.
बीते हफ्ते सबसे अधिक गिरावट एचडीएफसी बैंक के बाजार पूंजीकरण में 43,578.18 करोड़ रुपये की रही.
हालांकि पहले साल में यह रखरखाव फ्री होता है. जबकि सर्विसिंग की लागत आने वाले सालों में बढ़ जाती है.
यदि आईपीओ सफल होते हैं और स्टार्ट-अप सफल होते हैं, तो वे उद्यमियों की एक नई लहर को ट्रिगर कर सकते हैं, जैसा कि 1990 के दशक में सॉफ्टवेयर फर्मों ने किय
इस फंड ने लंबी अवधि के निवेशकों को इतना तगड़ा रिटर्न दिया है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते.
Global Market: एक साल में भारत का मार्केट कैप 66% बढ़ा, भारतीय कंपनियों की आमदनी में हुए सुधार को इसकी वजह माना जा रहा है.
BSE M-Cap: गुजरे वित्त वर्ष में खोले गए डीमैट खातों की संख्या इससे पिछले 3 वर्षों में खुले कुल डीमैट खातों से भी ज्यादा रही है.
2021 की शुरुआत से अब तक BSE का मार्केट कैप 30 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है. वित्त वर्ष 2021-22 में इवेस्टर्स की पूंजी 14 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है.